tag:blogger.com,1999:blog-7024567440226660873.post6339757110765075814..comments2024-01-22T02:18:15.581+05:30Comments on हितचिन्तक- लोकतंत्र एवं राष्ट्रवाद की रक्षा में।: अर्थनीति और हम : दीनदयाल उपाध्यायसंजीव कुमार सिन्हाhttp://www.blogger.com/profile/11879095124650917997noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7024567440226660873.post-40133752503240668602009-11-27T20:38:08.460+05:302009-11-27T20:38:08.460+05:30नेहरु और गांधी जैसे लोगो ने भारत की आजादी को विलम्...नेहरु और गांधी जैसे लोगो ने भारत की आजादी को विलम्बित कर दिया । नतिजा यह है कि भारत आज भी अमेरिका/ईङलैण्डका अर्द्ध उपनिवेश हीं है । इस गुलामी से मुक्ति सिर्फ दीन दयाल उपाध्याय की विचारधारा से मिल सकती है । लेकिन उनकी विचारधारा पर जो काम चलना चाहिए वह पुरे जोर शोर से नही चल पा रहा है । कट्टरवादी हिन्दुत्व मे उनका दर्शन गुम हो जाता है । सभी से अनुरोध है कि उनकी पुस्तक को एक बार नही कई बार पढे और उस पर सामुहिक चर्चा करे । एक एक शब्द महत्वपुर्ण है ।Anonymousnoreply@blogger.com