tag:blogger.com,1999:blog-7024567440226660873.post8047684583999270559..comments2024-01-22T02:18:15.581+05:30Comments on हितचिन्तक- लोकतंत्र एवं राष्ट्रवाद की रक्षा में।: दोहरे मापदंड से नहीं उबरे वामपंथीसंजीव कुमार सिन्हाhttp://www.blogger.com/profile/11879095124650917997noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7024567440226660873.post-788513367125110302008-07-16T13:09:00.000+05:302008-07-16T13:09:00.000+05:30मैं तो यह मानता हूँ कि वामपंथी इस देश के कभी सगे न...मैं तो यह मानता हूँ कि वामपंथी इस देश के कभी सगे नहीं हो सकते. जिन की वफादारी सीमा पार देश से है वह वामपंथी इस देश की सरकार को धमकाते रहे और यह सरकार उन के सामने घुंटने टेकती रही. कुर्सी के लालच ने राजनीतिवाजों को इतना नीचे गिरा दिया है कि खुल्लमखुल्ला दूसरे देश की वकालत करने वाले देश भक्त माने जाते हैं. राष्ट्रिय हितों की बात करने वाले अछूत करार दिए जाते हैं.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/10037139497461799634noreply@blogger.com