tag:blogger.com,1999:blog-7024567440226660873.post8221883453277368403..comments2024-01-22T02:18:15.581+05:30Comments on हितचिन्तक- लोकतंत्र एवं राष्ट्रवाद की रक्षा में।: पब कल्चर के बीच पिसता समाज व शालीनतासंजीव कुमार सिन्हाhttp://www.blogger.com/profile/11879095124650917997noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7024567440226660873.post-32535429691309719482009-02-14T15:46:00.000+05:302009-02-14T15:46:00.000+05:30आपकी बात से सहमत हूँ । नारी स्वतंत्रता केवल पब जाक...आपकी बात से सहमत हूँ । नारी स्वतंत्रता केवल पब जाकर शराब पीने और नाचने में है क्या और यह किसी के देने से नही मिलती । झांसी की रानी ने अंग्रेजों से लोहा अपने बल पर लिया । लडना हे तो आतंक के खिलाफ लडे चाहे वह घरेलू हो, देशी हो या विदेशी ।Anonymousnoreply@blogger.com