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Wednesday, 19 September 2018

केरल आपदा के बीच कायम हुई एकता की मिसाल : के. जे. अल्फोंस

 केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री के. जे. अल्फोंस कुशल प्रशासक के तौर पर सुविख्यात हैं। केरल कैडर से 1979 बैच के आईएएस अधिकारी रहे श्री अल्फोंस दिल्ली विकास प्राधिकरण के आयुक्त रह चुके हैं। वह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2017 की समिति के सदस्य हैं। ‘मेिकंग ए डिफरेंस’ उनकी चर्चित पुस्तक है। हाल ही में केरल में जब विनाशकारी बाढ़ आई तो प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साथ श्री अल्फोंस की सक्रियता उल्लेखनीय रही।

पिछले दिनों नई दिल्ली स्थित यातायात भवन में श्री अल्फोंस के कार्यालय में उनसे केरल प्राकृतिक आपदा, भाजपा संगठन, पर्यटन क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियों एवं योजनाओं आदि विषयों पर कमल संदेश के सहायक संपादक संजीव कुमार सिन्हा ने बातचीत की। प्रस्तुत है मुख्यांश :

हाल ही में केरल में बारिश और बाढ़ ने भयंकर तबाही मचाई। राज्य में सदी की सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा में सैकड़ों लोगों की मौत हो गई और लाखों लोग बेघर हो गए। राज्य पर आए इस संकट से उबरने के लिए केंद्र सरकार किस तरह से केरलवासियों की सहायता कर रही है?

पहले दिन से हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार केरलवासियों को हर प्रकार से सहायता देने के लिए तत्पर है। इस आपदा को लेकर प्रधानमंत्रीजी ने केरल के मुख्यमंत्री से कई बार बातचीत की है और निर्देश भी जारी किए हैं। इसके साथ ही कैबिनेट सचिव के नेतृत्व में एक समिति की स्थापना की गई है। आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए सभी मंत्रालयों की प्रतिदिन बैठक बुलाई जाती है।

पहले चरण में जब बाढ़ का प्रकोप बढ़ा तो केंद्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने यहां बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और केन्द्रीय सहायता के रूप में तत्काल 100 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की। उससे पहले 160 करोड़ रुपए की सहायता दी गई थी। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी यहां आए, स्थिति की समीक्षा की और 500 करोड़ रुपए की सहायता की घोषणा की। ये जो राशियां दी गईं हैं यह तत्काल सहायता है। अभी अनुमान लगाया जा रहा है कि कितनी क्षति हुई है, फिर केंद्र सरकार तद्नुसार सहायता राशि और व्यवस्थाएं उपलब्ध कराएगी। वहीं, सेना, नौसेना, अर्द्धसैनिक बल, नेशनल डिजास्टर रेस्पांस फोर्स केरल के लोगों की सहायता कर रहे हैं। दूसरे राज्य भी जो कुछ सहायता कर सकते हैं, वे भी सहयोग कर रहे हैं। भारत सरकार पर्याप्त संख्या में विमान, हैलीकॉप्टर, बचाव जहाज आदि की मदद दे रही है और निस्संदेह राज्य सरकार केन्द्र सरकार के साथ पूर्ण सहयोग कर रही है और हर प्रकार की संभव सहायता प्रदान की जा रही है। अत: राहत कार्य पूरी सक्रियता के साथ हो रहा है।

यह बहुत अच्छा माड्यूल रहा है जिसमें केन्द्र और राज्य सरकार के बीच गहरा सहयोग मिला है। भाजपानीत केंद्र सरकार का सदा से विचार रहा है, प्रत्येक राज्य को हर प्रकार का सहयोग प्रदान किया जाए। केरल के मुख्यमंत्री ने स्वयं ही कहा है कि भारत सरकार और प्रधानमंत्री से पूरा सहयोग मिला है।

भारतीय जनता पार्टी एक संगठन के रूप में किस प्रकार से इस संकट की घड़ी में केरल के लोगों का सहयोग कर रही है?

केरल में भाजपा कार्यकर्ता राहत कार्य में जुटे हुए हैं। विशेष रूप से सेवा भारती, जो रा.स्व.सं. की समविचारी संस्था है, आवश्यकता से अधिक काम कर रही है। वे दिन–रात राहत सामग्री संग्रह के काम में जुटे हैं। घर–घर जाकर सामग्री इकट्ठी कर रहे हैं। जल स्तर कम हो जाने पर वे घर–घर जाकर घरों की सफाई करेंगे। वे लोगों को अपने घर जाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। सेवा भारती ने शानदार काम किया है और आगे भी करती रहेगी। केरल बाढ़ के बारे में एक बात और उल्लेखनीय है कि केरल के लोगों ने एकता का गहरा परिचय दिया है। अन्यथा केरल राजनीतिक रूप में बहुत विभाजित रहा है। राजनीतिक विचारों के आधार पर विभिन्न क्षेत्र भी विभाजित रहे हैं। उनके अपनी–अपनी यूनियनें हैं, परन्तु इस बार सभी ने मिलकर काम किया। यह पूरे देश के लिए शानदार उदाहरण है। स्कूलों और कॉलेज के विद्यार्थी वितरण केन्द्र और संकलन केन्द्र में काम कर रहे हैं। दूसरे, केरल की ब्यूरोक्रेसी- आईएएस, आईपीएस आदि सभी मेहनत से काम कर रहे हैं। नि:संदेह, कई राज्यों ने सामग्री भेजी है। परिणामस्वरूप, केरल में भारी मात्रा में सहयोग राशि प्राप्त हो रही है। पूरा देश सक्रिय है। हमने सचमुच दिखा दिया है कि भारत एक है। भारत की यह एक महान भावना है जिस पर हर नागरिक को गर्व होना चाहिए।

केरल उन कुछ राज्यों में से है जहां भाजपा सरकार नहीं रही है, परन्तु हम देखते हैं कि यहां पिछले कुछ चुनावों से भाजपा का मत प्रतिशत बढ़ता जा रहा है। आप केरल में भाजपा का कैसा भविष्य देखते हैं?

देखिए, 2011 में िवधानसभा चुनाव में भाजपा का मत 6 प्रतिशत से बढ़कर 14.65 प्रतिशत तक पहुंच गया। संसदीय चुनावों में 6 प्रतिशत से 10 प्रतिशत तक पहुंचा। पिछले विधानसभा चुनाव में लगभग 15 प्रतिशत मिला था। इस प्रकार वोट शेयर धीरे–धीरे बढ़ता चला जा रहा है। केरल विधान सभा में हमारा एक विधायक है। यह बहुत अच्छी बात है। मेरे विचार से लोगों को भाजपा को वोट देना चाहिए।

मोदी सरकार ने पिछले चार वर्षों में लोगोें के लिए बहुत कुछ किया है। लगभग बजट का 70 प्रतिशत गरीबों पर खर्च किया जा रहा है। इस प्रकार मोदी सरकार का ध्यान साधारण लोगों, पिछड़ों, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति लोगों पर कहीं अधिक है। उपलब्धियां असाधारण हैं। हमने साढ़े आठ करोड़ शौचालय बनाए, जो 72 वर्षों में बनाए गए शौचालयों की कुल संख्या से कहीं ज्यादा है। हमने 33 करोड़ गरीब लोगों के खाते खोले और इन खातों में पिछले 2 वर्षों में 3 लाख करोड़ रुपए स्थानांतरित हुए। हमने साढ़े चार करोड़ एलपीजी गैस कनेक्शन बांटे, जिनसे महिलाओं को जीने का अधिकार मिला, अन्यथा महिलाएं इससे होने वाले कैंसर से मर रही थीं। आज हर गांव में बिजली पहुंच गई है, हम देश के गरीब परिवारों को बिजली कनेक्शन दे रहे हैं। उसे हम 2019 तक पूरा कर लेंगे। अब प्रत्येक घर के लिए वायदा करते हैं। इस वर्ष हम एक करोड़ से अधिक घरों को कनेक्शन सौंप देंगे। ये बड़ी बातें हैं जो हम करने जा रहे हैं। अब नवीनतम बड़ी बात सभी के लिए स्वास्थ्य की है। भारत उन चुनींदा देशों में से है, जिसकी स्वास्थ्य बीमा सभी गरीब लोगों के लिए पूरी तरह नि:शुल्क है। 5 लाख में लोग किसी भी निजी अस्पताल में इलाज करा सकते हैं। मैंने बिजली का प्रभाव जाना है। बिना बिजली वाले घरों और गांवों का अध्ययन किया है। हमने जो कुछ गरीब लोगों के लिए किया, वह केवल जीडीपी के रूप में नहीं है। इसका प्रभाव लम्बे समय तक चलता है। समुचित स्वच्छता के कारण हम लोगों के स्वास्थ्य, लोगों की जीवनशैली, लोगों को दीर्घकालीन जीवनशैली की कल्पना कर सकते हैं। अच्छे शौचालय होने से 3 लाख बच्चे डायरिया से मृत होने से बच जाएंगे। कल्पना कीजिए कि किस प्रकार बिजली होने के कारण विद्यार्थी बेहतर अध्ययन कर सकेंगे, लोगों का जीवन कहीं बेहतर हो सकेगा।

हम लोगों के जीवन में बड़ा परिवर्तन ला रहे हैं। भारत विश्व में सबसे भ्रष्ट देशों में से एक था और, नि:संदेह मोदी सरकार ने पूरी तरह भ्रष्टाचार समाप्त कर दिया है। यह क्रांतिकारी परिवर्तन आगे भी चलता रहेगा। इससे जीवन में बदलाव आएंगे।

पर्यटन क्षेत्र में केंद्र सरकार की क्या उपलब्धियां हैं?

हम विश्व में तेजी से बढ़ती पर्यटन अर्थव्यवस्था हैं। 2017 में पर्यटन की वैश्विक वृद्धि दर लगभग 5 प्रतिशत है। पिछले वर्ष भारत में पर्यटन वृद्धि दर 14 प्रतिशत रही। विदेशी पर्यटकों का भारत आगमन 19.2 प्रतिशत तक जा पहुंचा। अत: भारत में लोगों का आगमन सबसे तेज रहा। हमने बहुत बेहतर काम किया। विदेशी पर्यटक 10 मिलियन पार कर गए और घरेलू पर्यटकों की संख्या भी अच्छी रही। इससे क्या मुझे खुशी है? नहीं, मैं खुश नहीं हूं, क्योंकि हमारी पांच हजार साल पुरानी सभ्यता है। हमारे पास देने को बहुत कुछ है। मेरा उद्देश्य बहुत स्पष्ट है कि मैं 2020 तक तीन वर्षों में 20 मिलियन पर्यटक चाहता हूं। अब हमें विदेशी पर्यटकों से 27 मिलियन डॉलर प्राप्त हो रहे हैं, जो एक लाख सत्तर करोड़ रुपए के बराबर हैं। तीन वर्षों में यह राशि दुगुनी करनी है। पांच वर्षों में हम 100 बिलियन डालर तक पहुंचना चाहते हैं। यह मेरा उद्देश्य है। आप आश्चर्यचकित होंगे यह जानकर कि चार वर्षों के मोदी शासन में भारत में पर्यटन क्षेत्र में 14.62 मिलियन रोजगार पैदा हुए। अत: देश में हम सबसे बड़े रोजगार निर्माता हैं। कांग्रेस बेरोजगारों की व्यर्थ की बातें करती हैं।

पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए आगामी योजनाएं क्या हैं?

हम पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विदेशों में रोड शो कर रहे हैं क्योंकि हमेें लोगों के पास पहुंचना है, उनसे बात करनी है। हम यूरोप, अमेरिका, लैटिन अमेरिकी देशों में रोड शो कर रहे हैं। पिछले हफ्ते हम चीन में थे। हमारा विशेष ध्यान चीन पर है क्योंकि पिछले वर्ष 144 मिलियन चीनी लोग विदेश गए थे। चीन विश्व में सबसे बड़ा आउटडोर मार्केट है। 144 मिलियन चीनी लोगों में से केवल 2.4 मिलियन चीनी भारत में आए हैं। यह तो एक प्रतिशत भी नहीं बनता है। हमारा उद्देश्य अगले दो वर्षों में कम से कम एक प्रतिशत कुल 144 मिलियन चीनी पर्यटकों को आकर्षित करना है। अन्तत: 5 वर्षों में हम 10 प्रतिशत चीनी पर्यटकों को भारत में लाना चाहते हैं जो साढ़े चौदह मिलियन बनता है। यह संभव है, हम रोड शो कर रहे हैं और अनेक तरह से प्रयासरत हैं।