औरत को मात्र देह मानने वाले मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता महिलाओं के साथ बलात्कार के जरिये नारी मुक्ति के सपने को साकार करने में जुटे हैं। अपने राजनीतिक विरोधी महिला कार्यकर्ताओं का बलात्कार के बाद उन्हें जिन्दा जला देना, माकपा नेताओं का चरित्र बन चुका हैं। शोषणमुक्त दुनिया बनाने का दावा करने वाले सीपीएम नेता मानसिक रूप से दिवालिएपन का शिकार हो गए हैं। माकपा शासित पश्चिम बंगाल और केरल में यह आम बात हो गयी है। विदित हो कि सिंगूर में एक युवती तापसी मलिक ने अपनी ज़मीन टाटा को देने से मना कर दिया। इस युवती के साथ एक रात इसकी ज़मीन पर ही सीपीएम के लोगों ने बलात्कार किया और ज़िंदा जला दिया।
अंग्रेजी समाचार पत्र द हिंदू के मुताबिक हालही में केरल के कोलियंडी (Koyilandy) पुलिस ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, चीनाचेरी (Cheenacheri) समिति कार्यालय के शाखा सचिव के के सुधाकरण (उम्र -55 साल) के खिलाफ स्थानीय स्कूल की तीन अवयस्क छात्राओं के साथ यौन दुर्व्यवहार के आरोप में कई मामले दर्ज किए हैं।
सीपीएम नेता सुधाकरण ने तीन अवयस्क छात्राओं, जिनमें से दो लड़कियां 9 साल की हैं और तीसरी 8 साल की हैं, को पार्टी के एक बालासंघोम (Balasanghom) कार्यक्रम में भाग लेने के लिए बुलाया और इसके पश्चात उनके साथ यौन दुर्व्यवहार किया। सुधाकरण पर पहले भी लड़कियों से यौन दुर्व्यवहार करने के आरोप लग चुके हैं।स्त्रीविरोधी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी को सबक सिखाएं और महिला अस्मिता की रक्षा करें।
1 comment:
टीवी की क्लिपिंग पर गौर से देखने पर एक बात ध्यान आई की वामपंथियों के कार्यालय जो की बड़ा भवन है के मुख्य द्वार पर खुंखार तानाशाह की प्रतिमा लगी हुई है. अब आते जाते उसे सलाम ठोकेंगे तो कुछ तो असर होगा कि नहीं.
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