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Saturday, 31 May 2008

दक्षिण में खिला कमल



दक्षिण भारत में पहली बार कमल खिला है। कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 110 सीटें मिली हैं जो बहुमत से मात्र तीन कम है। कांग्रेस को 80 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। कर्नाटक पहला ऐसा राज्य है जहां नए परिसीमन के हिसाब से चुनाव हुए है। पिछले साल कर्नाटक के सबसे कम समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले 66 वर्षीय बीएस येदियुरप्पा को भाजपा ने पहले ही मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के रूप में पेश किया था। भाजपा 2004 के चुनावों में भी सबसे बड़ी पार्टी थी। तब उसे 79 सीटें मिली थी जबकि कांग्रेस की झोली में 65 सीटें आई थीं। इस बार कई दिग्गज धाराशायी हो गए जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री एन धारम सिंह, आरवी देशपांडे, एच के पाटिल और अभिनेता अंबरीष शामिल हैं। साथ ही बसपा, सपा, जदयू और स्थानीय कन्नड़ चलवली पार्टी को भी निराश होना पड़ा। इनकी झोली खाली ही रही। अन्य के खाते में गई छह सीटों में से एक माकपा को मिली है। येदियुरप्पा ने शिकारीपुरा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री एस बंगरप्पा को 45 हजार 227 वोटों से हरा कर इतिहास रचा। इस सीट पर कांग्रेस और जदएस ने भाजपा नेता की पराजय सुनिश्चित करने के लिए उम्मीदवार नहीं उतारा था। दक्षिण कर्नाटक के कुछ इलाकों को छोड़ दिया जाए तो भाजपा ने सभी जगहों पर बेहतरीन प्रदर्शन किया है। भाजपा के साथ विश्वासघात करने वाली जनता दल (सेक्युलर) सिर्फ 28 सीटों पर सिमट गई है। उसे 2004 में 58 सीटें मिली थीं। इससे जेडीएस का राजनीतिक भविष्य खत्म हो गया है।


कर्नाटक में भाजपा की जीत
अनुपम............. अतुलनीय.............. ऐतिहासिक



अटल बिहारी वाजपेयी

वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कर्नाटक में भाजपा की जीत को ऐतिहासिक बताया। वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने उनके निवास जाकर श्री वाजपेयी का मुंह मीठा कराया और उनसे आशीर्वाद लिया। इस मौके पर अटलजी ने आशा व्यक्त की कि लोकप्रिय नेता श्री बी.एस. येदियुरप्पा जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरेंगे और जनता से किए गए वायदों को पूरा करने के लिए सार्थक प्रयास करेंगे।


लालकृष्ण आडवाणी
मुझे इस बारे में जरा भी संशय नहीं है कि कर्नाटक में भाजपा की विजय एक परिवर्तनकारी मोड़ साबित होगी जिससे 1989 में भाजपा को प्राप्त सफलता की तुलना में उसकी संसदीय सीटों में बहुत अधिक वृध्दि करेगी। आपको स्मरण होगा कि 1989 में भाजपा ने लोकसभा चुनावों में 86 सीटें जीती थी जबकि 1984 में यह संख्या केवल दो थी। इसके बाद भाजपा का विजय-मार्च रूका नहीं और 1998 में भाजपा-नीत राजग सरकार बनी। इससे केन्द्र में कांग्रेस का एक पार्टी का प्रभुत्व भी समाप्त हो गया और भारत की राजनैतिक व्यवस्था को द्वि-ध्रुवीय प्रणाली में बदल दिया।
लगभग 20 वर्ष बाद, एक और नया मोड़ आया जब भाजपा ने कांग्रेस के एक छत्र राज्य को चुनौती दी। इससे पहले, भाजपा ने उत्तारी तथा पश्चिमी राज्यों में सरकारें बनाने में सफलता प्राप्त की, फिर पूर्व के राज्यों में उड़ीसा तथा बिहार में सरकारें बनाई और अब पहली बार किसी दक्षिणी राज्य में सरकार बनाने में सफल हो रही है। भाजपा का यह भौगोलिक विस्तार तथा साथ ही साथ लगभग पूरे देश में कांग्रेस पार्टी का सिकुड़ता आधार बता रहा है कि अगले संसदीय चुनावों में क्या कुछ होने वाला है।



राजनाथ सिंह
कर्नाटक में भाजपा की ऐतिहासिक जीत पर पार्टी अध्‍यक्ष्‍ राजनाथ सिंह ने कहा है कि कर्नाटक विजय के बाद अब भाजपा पूरे देश की पार्टी बन गई है और उसकी पहुंच देश के स भी हिस्सों तक हो गई है।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इन नतीजों ने भाजपा को आगामी लोकसभा चुनावी दौड़ में सबसे आगे कर दिया है। आजादी के बाद पहला मौका है जब किसी राजनीतिक दल का कद कांग्रेस से भी बड़ा हो गया है। यह उपलब्धि सिर्फ भाजपा ने हासिल की है।



वेंकैया नायडू
कनार्टक में भाजपा की विजय से पार्टी का चिर-प्रतीक्षित सपना पूरा हुआ है। जनसंघ और भाजपा के कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम का ही यह परिणाम है। भाजपा दिनोंदिन आगे बढ़ रही है। वहीं कांग्रेस तेजी से अपना जनाधार खो रही है। इस ऐतिहासिक जीत से राष्ट्रवादी कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊँचा हुआ है।



अरूण जेटली
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री व कर्नाटक प्रदेश प्रभारी श्री अरूण जेटली ने कहा कि यह परिणाम भाजपा के लिए सकारात्मक हैं और कांग्रेस व जद एस की अवसरवादी राजनीति के खिलाफ नकारात्मक वोट। उन्होंने कहा कि लाखों कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं के कड़े मेहनत के फलस्वरूप भाजपा को यह महत्वपूर्ण विजय प्राप्त हो सकी है।



सुषमा स्वराज
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं राज्यसभा में भाजपा की उपनेता श्रीमती सुषमा स्वराज ने कहा कि कर्नाटक के नतीजों ने कांग्रेस का मनोबल धाराशायी कर दिया है। कर्नाटक चुनाव के नतीजों से लगता है कि आगे आने वाले मधय प्रदेश, राजस्थान व छत्ताीसगढ़ के चुनावों में भी हम गुजरात की तरह सत्ता विरोधी लहर को उलटने में कामयाब होंगे।



अनंत कुमार
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री श्री अनंत कुमार ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत को भाजपा कार्यकर्ताओं की वर्षों से कड़ी मेहनत का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि यह भाजपा की जीत तो है ही, लेकिन उससे कहीं अधिक कांग्रेस की हार है।



बी. एस. येदियुरप्पा
श्री येदियुरप्पा ने कहा, यह ऐतिहासिक जीत है। हम खुश हैं कि लोगों ने भाजपा और मुझमें विश्वास जताया है। दक्षिण में सरकार बनाने का अटल जी और आडवाणी जी का सपना आज सच हुआ है। श्री येदियुरप्पा ने कहा कि वे धर्मनिरपेक्ष सरकार देंगे।

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