भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) में महिला कार्यकर्ताओं की इज्जत सुरक्षित नहीं है और विदेशी रंग में रंगे कामरेड महिलाओं को बुरी नजर से देखते हैं। ऐसा होना स्वाभाविक ही है क्योंकि कामरेड तो परिवार संस्था को ध्वस्त करने की तमन्ना रखते हैं। फिर उनके मन में महिलाओं के प्रति इज्जत का भाव कैसे उत्पन्न हो? देहशोषण ही माकपा के लिए नारीमुक्ति का हथियार बन गया हैं। हाल ही में पार्टी कॉमरेड की विधवा ने माकपा पंजाब प्रदेश के सचिव बलवंत सिंह पर देहशोषण के आरोप लगाए कि बलवंत सिंह उसका देहशोषण करते आ रहे हैं।
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) में महिला कार्यकर्ताओं की इज्जत सुरक्षित नहीं है और विदेशी रंग में रंगे कामरेड महिलाओं को बुरी नजर से देखते हैं। ऐसा होना स्वाभाविक ही है क्योंकि कामरेड तो परिवार संस्था को ध्वस्त करने की तमन्ना रखते हैं। फिर उनके मन में महिलाओं के प्रति इज्जत का भाव कैसे उत्पन्न हो? देहशोषण ही माकपा के लिए नारीमुक्ति का हथियार बन गया हैं।
इस प्रकरण से माकपा की थू-थू हुई और अंत में कोई चारा न देख पार्टी ने बलवंत सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया। पार्टी ने जांच के दौरान महिला द्वारा लगाए गए आरोपों को सही पाया। इस प्रकरण से पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं में काफी रोष पाया जा रहा है।
SEX SCANDAL - CPM suspends Punjab leader for exploiting comrade's widow
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6 comments:
lal salam
बलवंत सिंह राजनीतिक साजिश के शिकार हुये हैं।
उनके मुताबिक जिस महिला पार्टी वर्कर ने उन पर 7सितंबर को बदसलूकी करने का आरोप लगाया था। उसे 18 अक्टूबर को चेक द्वारा 15000 का भुगतान पार्टी के खाते से किया गया। उन्होंने चेक नंबर 919875 का ब्यौरा भी दिया। इसके अलावा 10,000 रुपये की कैश पेमेंट की गई। बलवंत ने दावा किया कि इस राशि की रसीद की कापी भी उनके पास है। बलवंत सिंह पोलित ब्यूरो को लिखे पत्र में यह सब हवाला देते हुए आरोप लगाया कि शिकायत कर्ता को पैसे देकर उन पर यह आरोप लगवाए गए है।
Kudos to Hitchintak for having the courage to expose the activities of the communists who had, in the past, been boasting of their having very high standards of morality and honesty. The stand exposed whether it is in Punjab, Kerala, West Bengal or elsewhere. By their behaviour they are no longer the protectors of the kisan, worker and the mazdoor. They are now crucifying the interests of the common man for the capitalists.
मैं एक प्रचारक को जानता हूँ जिन्होंने बहिन जी बहिन जी कह विवाह कर लिया . जिनके घर शीशे के होते है वह दुसरे के घर पत्थर नही फैकते जानी .
लाल सलाम वालों को पीट पीट कर लाल कर देना चाहिए. तभी इनकी सेक्स कुंठा का इलाज होगा.
ये कोई नई बात नही है काम्यूनिष्टो में नैतिकता बचा ही नही है
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